अकेलापन...
अगर इंसान अपने लिए कोई ख़ुशी तलाश ले, तो ज़िंदगी कुछ आसान हो जाती है... हमारी एक दोस्त ने घर को संवारने में ही अपनी खु़शी तलाश ली है... दिन में पांच से सात घंटे वह घर की झाड़-पोंछ और उसे संवारने में ही लगा देती है... पहले हमें यह सब बहुत अजीब लगता था... लेकिन जब उसके साथ रहे, तो जान गए कि यह सब उसके लिए कितना ज़रूरी है... अकेलेपन का अहसास वाक़ई बहुत तकलीफ़देह होता है...
तस्वीर : गूगल से साभार
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