मेहनत और कामयाबी
बहुत से लोग बुलंदी पर पहुंचने के लिए, अपनी कोई ख़ास पहचान बनाने के लिए जद्दो-जहद करते हैं... दिन-रात मेहनत करते हैं... इनमें से जो लोग कामयाब हो जाते हैं... दुनिया उन्हें सलाम करती है, सर-आंखों पर बिठाती है... उनकी जद्दो-जहद की तारीफ़ों के पुल बांधे जाते हैं, लेकिन जो लोग कामयाब नहीं हो पाते, वे गुमनामी के अंधेरों में खो जाते हैं... कोई उनका ज़िक्र तक नहीं करता... उनकी मेहनत, उनकी जद्दो-जहद ज़ाया हो जाती है...
यही तो दुनिया का दस्तूर है... उगते सूरज को सलाम करना...
यही तो दुनिया का दस्तूर है... उगते सूरज को सलाम करना...
0 Response to "मेहनत और कामयाबी"
एक टिप्पणी भेजें