ठहराव


ठहराव शायद कभी भी अच्छा नहीं होता... ठहराव बुरा हो, तो तकलीफ़ देता है... और अगर अच्छा हो, तो भी उससे कोफ़्त होने लगती है... शायद इसीलिए क़ुदरत की हर चीज़ में रवानी है... वक़्त का दरिया भी मुसलसल बहता रहता है और ज़िन्दगी भी तो चलते रहने का ही नाम है...
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