अकसर ऐसा होता है कि कुछ अजनबी हमें बहुत ही अपने से लगते हैं. ऐसा लगता है कि हम उन्हें बरसों से जानते हैं, उन्हें पहचानते हैं... हमने उनसे बहुत-सी बातें की हैं... लेकिन ज़ेहन पर ज़ोर डालने के बावजूद कुछ याद नहीं आते... ये कैसे रिश्ते होते हैं, जिनसे इतनी उंसियत हो जाती है...
3 मार्च 2016 को 12:40 am बजे
बहुत सच है कभी कभी अजनबी जाने पहचाने लगते है .