उम्रभर की ख़िज़ां...


वो चाहता है
मैं कोई गीत लिखूं
मुहब्बत के मौसम का
लेकिन
उसको कैसे बताऊं
क़ातिबे-तक़दीर ने
 मेरे मुक़द्दर में
लिख डाली है
उम्रभर की ख़िज़ां...
-फ़िरदौस ख़ान

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