हैसियत


इंसान दुनिया में कितना ही माल व दौलत इकट्ठी कर ले, कितने ही ऊंचे ओहदे तक पहुंच जाए, लेकिन सच यही है कि उसकी हैसियत खजूर की गुठली के छिलके के बराबर भी नहीं है. 
-फ़िरदौस ख़ान
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