बेला के गजरे...


मेरे महबूब !
तुमने कहा था
मेरे खुले बालों में लगे
बेला के गजरे
तुम्हें बहुत अच्छे लगते हैं
क्यूंकि
इन्हीं घनी ज़ुल्फ़ों के साये में
तुम्हारी रातें महकती हैं...
-फ़िरदौस ख़ान
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