लोकप्रिय नेता थे राजीव गांधी
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*किसी भी बेटे के लिए उसके पापा का जाना बहुत तकलीफ़देह होता है... हमें भी
अपने पापा की बहुत याद आ रही है... स्वर्गीय राजीव गांधी पापा के प्रिय नेता
थे...ह...
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13 मार्च 2010 को 5:22 pm बजे
bahut hi marmsparshi.
13 मार्च 2010 को 5:59 pm बजे
बहुत ही खूबसूरत ।
13 मार्च 2010 को 6:02 pm बजे
हथेलियों पर लिखे नाम नहीं दहकते
दिल में उठते अरमान दहकते हैं
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति चन्द पंक्तियों में
बेहतरीन
13 मार्च 2010 को 6:21 pm बजे
वाह गुलमोहर फ़ूलों का तो कहना ही क्या बिल्कुल हथेली पर लिखे नाम की तरह ..सचमुच ..
अजय कुमार झा
13 मार्च 2010 को 7:24 pm बजे
गुलमोहर की तरह सुन्दर........."
amitraghat.blogspot.com
14 मार्च 2010 को 12:49 am बजे
बहुत खूबसूरत ख्याल .......!
14 मार्च 2010 को 8:48 am बजे
सुंदर अभिव्यक्ति....बधाई
14 मार्च 2010 को 11:54 am बजे
छोटी सी प्यारी सी....सुन्दर प्रस्तुति
..........
जब लहराती है बीबी अपने काले केश,
और गुनगुनाती है मीठे गीत,
तो मन करता है,
फूल बनकर लग जाऊं उसकी चोटी में,
और झूलने लगूं झूला, गजरा बनकर.
लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_3507.html
15 मार्च 2010 को 12:15 pm बजे
bahut hi pyaari nazm!!