दुआ... एक पुरअसरार सदा

दुआ... कितनी पाकीज़गी है इस एक लफ़्ज़ में... दुआ क्या होती है... दुआ, वो होती है, जो दिल से निकलती है और सीधे अर्श तक जाती है... दुआ में बहुत असर होता है... दुआ नामुमकिन को भी मुमकिन बना देती है... इस ज़मीन से उस आसमान तक अगर सबसे ज़्यादा पुरअसरार कोई सदा है, तो वो दुआ की है...
बहुत ख़ुशनसीब होते हैं वो लोग, जो किसी की दुआओं में रहा करते हैं...

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