شوگر کا گھریلو علاج
-
* فردوس خان*
شوگر ایک ایسی بیماری ہے جس کی وجہ سے انسان کی زندگی بہت بری طرح متاثر
ہوتی ہے۔ وہ مٹھائیاں، پھل، آلو، کولکاشیا اور اپنی پسند کی بہت سی د...
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15 सितंबर 2008 को 11:24 am बजे
होंठों पे मुहब्बत के तराने नहीं आते
जो बीत गए फिर वो ज़माने नहीं आते
हल कोई जुदाई का निकालो मेरे हमदम
अब ख़्वाब भी नींदों में सताने नहीं आते
सुब्हान अल्लाह...बहुत ख़ूब...
15 सितंबर 2008 को 12:55 pm बजे
bahut khoob...badhiya likha.
15 सितंबर 2008 को 1:12 pm बजे
bahut acchhey!!!
15 सितंबर 2008 को 1:16 pm बजे
बादल तो गरजते हैं, मगर ये भी हकीक़त
आंगन में घटा बनके वो छाने नहीं आते
bahut achhe....
16 सितंबर 2008 को 12:01 am बजे
हल कोई जुदाई का निकालो मेरे हमदम
अब ख़्वाब भी नींदों में सताने नहीं आते
--वाह वाह! बहुत खूब!!
25 सितंबर 2008 को 3:31 pm बजे
"हल कोई जुदाई का निकालो मेरे हमदम
अब ख़्वाब भी नींदों में सताने नहीं आते"
निहायत खूबसूरत अभिव्यक्ति !
27 अक्तूबर 2008 को 7:57 pm बजे
muje tirhi ghazal lekhan ki bidha sikhani hai .. aapki madad chahiye..
regards
arsh