चाहत का गुलाल

फागुन की मादक बेला में
सुर्ख़ पलाश दहकता है...
और
ज़िन्दगी के रुख्सारों पर
चाहत का गुलाल
महकता है...
-फ़िरदौस ख़ान
  • Digg
  • Del.icio.us
  • StumbleUpon
  • Reddit
  • Twitter
  • RSS

8 Response to "चाहत का गुलाल"

  1. 36solutions says:
    1 मार्च 2010 को 2:59 pm बजे

    होली को बहुत खुबसूरती से बयॉं किया आपने.
    होली पर आपको अनेक शुभकामनाएं...

  2. संजय भास्‍कर says:
    1 मार्च 2010 को 2:59 pm बजे

    होली की हार्दिक शुभकामनाए इस आशा के साथ की ये होली सभी के जीवन में
    ख़ुशियों के ढेर सरे रंग भर दे ....!!

  3. शाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद'' says:
    1 मार्च 2010 को 3:14 pm बजे

    मोहतरमा फ़िरदौस साहिबा, आदाब
    ................ज़िन्दगी के रुख़्सारों पर...
    ...............चाहत का रंग महकता है..
    लीक से हटकर....नया अंदाज़....वाह...वाह
    होली पर एक शेर-
    बरसे हर सम्त फ़िज़ाओं में मुहब्बत का गुलाल
    रंग खुशियों के ही बरसाए जो होली आए
    शाहिद मिर्ज़ा शाहिद

  4. भारतीय नागरिक - Indian Citizen says:
    1 मार्च 2010 को 3:31 pm बजे

    वाह, क्या बात है. बहुत खूबसूरत चित्र.

  5. अजय कुमार झा says:
    1 मार्च 2010 को 3:55 pm बजे

    उफ़्फ़ बडे गहरे उतर गए आप तो ..फ़ागुन में पलाश की दहक ...बहुत खूब ..इतने कम ने बहुत प्रभावित किया ..होली की मुबारक बाद और शुभकामनाएं फ़िरदौस जी .
    अजय कुमार झा

  6. Udan Tashtari says:
    1 मार्च 2010 को 7:06 pm बजे

    ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
    प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
    पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
    खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.


    आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.

    -समीर लाल ’समीर’

  7. Satish Saxena says:
    1 मार्च 2010 को 11:34 pm बजे

    आपको होली की शुभकामनायें !

  8. Unknown says:
    6 मार्च 2010 को 8:48 pm बजे

    ज़िन्दगी के रुख्सारों पर चाहत का गुलाल महकता रहे.......
    आपके लिए दुआ करते हैं.......

एक टिप्पणी भेजें