Firdaus Diary

मैं लफ्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी हूं... Main Lafzon Ke Jazeere Ki Shahzadi Hoon...میں لفظوں کے جزیرے کی شہزادی ہوں

मंगलवार, जून 17, 2025

सालगिरह

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आज हमारी ईद है, क्योंकि आज उनकी सालगिरह है. और महबूब की सालगिरह से बढ़कर कोई त्यौहार नहीं होता.  अगर वो न होते, तो हम भी कहां होते. उनके  दम ...
शुक्रवार, जून 13, 2025

फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते

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फ़िरदौस ख़ान ज़िन्दगी का सबसे ख़ूबसूरत हिस्सा बचपन होता है. बचपन की यादें हमारे दिलो-दिमाग़ पर नक़्श हो जाती हैं. और जब बात गर्मियों की छुट्टिय...
बुधवार, जून 11, 2025

पानदान

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पानदान अब बहुत कम देखने को मिलते हैं. हमारे बचपन में नहिनाल और ददिहाल के सभी घरों में पानदान होते थे. हमारे घर में भी दो पानदान थे. एक दादी ...

टमटम गाड़ी

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बरसों पहले, शायद नौ बरस पहले अम्मी ने अमरोहा से ख़रीदी थी. अमरोहा में मिट्टी और लकड़ी का बहुत अच्छा सामान मिलता है. वहां के खिलौने भी बहुत प...

गीतकार देवेन्द्र शर्मा पर बेहतरीन शोध ग्रंथ

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फ़िरदौस ख़ान सुविख्यात नवगीतकार देवेन्द्र शर्मा 'इन्द्र' के कृतित्व पर एक शानदार पुस्तक पढ़ने का अवसर मिला। इस पुस्तक का नाम ‘नवगीत क...
शनिवार, मई 31, 2025

हमारा जन्मदिन

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कल यानी 1 जून को हमारा जन्मदिन है. अम्मी बहुत याद आती हैं. वे सबसे पहले हमें मुबारकबाद दिया करती थीं. वे बहुत सी दुआएं देती थीं. उनकी दुआएं ...
मंगलवार, अप्रैल 01, 2025

फ़िरदौस ख़ान : लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी

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फ़िरदौस ख़ान को लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी के नाम से जाना जाता है. वे शायरा, लेखिका और पत्रकार हैं. वे एक आलिमा भी हैं. वे रूहानियत में यक़ीन रख...
सोमवार, मार्च 31, 2025

ईद की रौनक़े

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हर सिम्त ईद की रौनक़े हैं... ईद के ख़ूबसूरत जोड़े भी आ गए... ज़ेवर आ गए... हरी, नीली, पीली, लाल, गुलाबी, कत्थई, सतरंगी और भी बहुत से शोख़ रंगो...

ईद तो हो चुकी

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एक शनासा ने पूछा- ईद कब है? हमने कहा- ईद तो हो चुकी... उन्होंने हैरत से देखते हुए कहा- अभी तो रमज़ान चल रहे हैं... हमने कहा- ओह... आप उ...
सोमवार, मार्च 17, 2025

Elon Musk का शुक्रिया : फ़िरदौस ख़ान

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Elon Musk के Grok ने स्टार न्यूज़ एजेंसी की सम्पादक फ़िरदौस ख़ान का परिचय कुछ यूं दिया है🥰 फ़िरदौस ख़ान एक प्रतिष्ठित भारतीय पत्रकार, लेखिका, शा...
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फ़िरदौस ख़ान
शायरा, लेखिका और पत्रकार. लोग लफ़्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी कहते हैं. उर्दू, हिन्दी, इंग्लिश और पंजाबी में लेखन. दूरदर्शन केन्द्र और देश के प्रतिष्ठित समाचार-पत्रों में कई साल तक सेवाएं दीं. अनेक साप्ताहिक समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं का सम्पादन किया. ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन केन्द्र से समय-समय पर कार्यक्रमों का प्रसारण. ऑल इंडिया रेडियो और न्यूज़ चैनल के लिए एंकरिंग भी की है. देश-विदेश के विभिन्न समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं और समाचार व फीचर्स एजेंसी के लिए लेखन. फ़हम अल क़ुरआन लिखा. सूफ़ीवाद पर 'गंगा-जमुनी संस्कृति के अग्रदूत' नामक एक किताब प्रकाशित. इसके अलावा डिस्कवरी चैनल सहित अन्य टेलीविज़न चैनलों के लिए स्क्रिप्ट लेखन. उत्कृष्ट पत्रकारिता, कुशल संपादन और लेखन के लिए अनेक पुरस्कारों ने सम्मानित. इसके अलावा कवि सम्मेलनों और मुशायरों में भी शिरकत की. कई बरसों तक हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की तालीम ली. फ़िलहाल 'स्टार न्यूज़ एजेंसी' और 'स्टार वेब मीडिया' में समूह संपादक हैं. अपने बारे में एक शेअर पेश है- नफ़रत, जलन, अदावत दिल में नहीं है मेरे अख़लाक़ के सांचे में अल्लाह ने ढाला है…
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