गुरुवार, सितंबर 10, 2020

शबे ज़र्री


मेरे महबूब! 
शबे ज़र्री मुबारक हो... 
मुहब्बत से सराबोर हर लम्हा मुबारक हो... 
मां की दुआओं के साये में गुज़रा वक़्त मुबारक हो... 
ख़ुदा करे, हम हमेशा यूं ही साथ रहें... आमीन
-फ़िरदौस ख़ान 

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