मैं लफ्ज़ों के जज़ीरे की शहज़ादी हूं... Main Lafzon Ke Jazeere Ki Shahzadi Hoon...میں لفظوں کے جزیرے کی شہزادی ہوں
बहुत ही बढ़िया विचार और कविता....."
किस खूबसूरती से लिखा है आपने। मुँह से वाह निकल गया पढते ही।
एहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूब
वाह .. क्या लाजवाब बात कही ... मुहब्बत में सच में दिल की सुनी जाती है ...
बहुत ही बढ़िया शब्दों को पिरो कर बड़ी शानदार सी ग़ज़ल पेश की है आपने!!
जी हाँ यही मुहब्बत है यही मुहब्बत की रिवायत है ..बहुत खूब बेहतरीन
bahut khoob........agar unka rahe sath to din ko kahe raat , lage raat
सही बात, सच्ची बात!
यही मुहब्बत है, मुहब्बत की रिवायत है...बहुत खूब.’जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे’....इस बात को अलग ही अंदाज़ में खूबसूरती से कहा गया है.मुबारकबाद.
कड़ी धूप थीआसमान से शोले बरस रहे थे...उसने कहा-कितनी प्यारी खिली चांदनी है...मैंने कहा-बिलकुलक्योंकि...मुहब्बत में दिल की सुनी जाती है, ज़हन की नहीं यही मुहब्बत है, मुहब्बत की रिवायत है...एक-एक लफ़्ज़ समर्पण के जज्बे से सराबोर...
मुहब्ब्त एहसास का दुसरा नाम है।
बहुत ही बढ़िया विचार और कविता....."
जवाब देंहटाएंकिस खूबसूरती से लिखा है आपने। मुँह से वाह निकल गया पढते ही।
जवाब देंहटाएंएहसास की यह अभिव्यक्ति बहुत खूब
जवाब देंहटाएंवाह .. क्या लाजवाब बात कही ... मुहब्बत में सच में दिल की सुनी जाती है ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया शब्दों को पिरो कर बड़ी शानदार सी ग़ज़ल पेश की है आपने!!
जवाब देंहटाएंजी हाँ यही मुहब्बत है यही मुहब्बत की रिवायत है ..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब बेहतरीन
bahut khoob........agar unka rahe sath
जवाब देंहटाएंto din ko kahe raat , lage raat
सही बात, सच्ची बात!
जवाब देंहटाएंयही मुहब्बत है, मुहब्बत की रिवायत है...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब.
’जो तुमको हो पसंद वही बात कहेंगे’....
इस बात को अलग ही अंदाज़ में खूबसूरती से कहा गया है.
मुबारकबाद.
कड़ी धूप थी
जवाब देंहटाएंआसमान से
शोले बरस रहे थे...
उसने कहा-
कितनी प्यारी खिली चांदनी है...
मैंने कहा-
बिलकुल
क्योंकि...
मुहब्बत में दिल की सुनी जाती है, ज़हन की नहीं
यही मुहब्बत है, मुहब्बत की रिवायत है...
एक-एक लफ़्ज़ समर्पण के जज्बे से सराबोर...
मुहब्ब्त एहसास का दुसरा नाम है।
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