tag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post3428926123544020118..comments2023-10-31T16:09:04.431+05:30Comments on Firdaus Diary: पुस्तक समीक्षा : स्मृतियों में रूसफ़िरदौस ख़ानhttp://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-19165756080612162012012-04-30T12:58:41.793+05:302012-04-30T12:58:41.793+05:30समीक्षा का यह रूप भी मन को भा गया ... बधाई सहित शु...समीक्षा का यह रूप भी मन को भा गया ... बधाई सहित शुभकामनाएं ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-23591247914781206002012-04-29T12:27:02.861+05:302012-04-29T12:27:02.861+05:30अच्छी समीक्षा .... आपको और शिखा को बधाईअच्छी समीक्षा .... आपको और शिखा को बधाईसंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-41897274271035389052012-04-29T11:17:40.692+05:302012-04-29T11:17:40.692+05:30♥
मेरे प्राइमरी के एक शिक्षक कहा करते थे कि स्वर्...<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow"><br />♥</a></b><br /><br />मेरे प्राइमरी के एक शिक्षक कहा करते थे कि <b>स्वर्ग की परियों की कल्पना साकार करती 'धरती पर सबसे सुंदर औरतें' सोवियत संघ में होती हैं … </b><br />बाल मन ने इस बात को जैसे लिया , वैसे लिया …<br /><br />लेकिन बाद में 'सोवियत नारी' और सोवियत संघ से प्रकाशित होने वाली अन्य पत्रिकाओं तथा फिर <b>रेडियो मॉस्को </b> और <b>रेडियो ताशकंद </b> से बहुत समय तक जुड़े रहने के बाद से एकीकृत सोवियत गणराज्य के 15 टुकड़े होने और <b>मिखाइल गोर्बाचेव </b> के अवसान तक लगातार महसूस किया कि रूस भुलाया जा सकने वाला स्थान हरग़िज नही ।<br /><b> </b><br /><br /><b><i> आदरणीया बहन फ़िरदौस </i></b> <br />आपने <b> आदरणीया शिखा वार्ष्णेय जी </b> की पुस्तक <b> स्मृतियों में रूस</b> का सुंदर विवेचन कर के कभी साम्यवाद के गढ़ रहे रूस के प्रति दिलचस्पी को पुनः जाग्रत कर दिया । समीक्षा यद्यपि अत्यल्प है , विस्तार से पढ़ने की इच्छा को बढ़ाने वाली अवश्य है लेकिन … <br /><b> </b><br /><b> </b>बहुत समय बाद आपकी नई पोस्ट के लिए भी प्रसन्नता है :)<br />लेखनी सक्रिय रहे … <br /><br /><b>शुभकामनाओं-मंगलकामनाओं सहित… </b> <br />-राजेन्द्र स्वर्णकारRajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.com