tag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post3144191180632381865..comments2023-10-31T16:09:04.431+05:30Comments on Firdaus Diary: मन्नतों के पीले धागे फ़िरदौस ख़ानhttp://www.blogger.com/profile/09716330130297518352noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-28585693167738141382012-04-18T13:00:27.339+05:302012-04-18T13:00:27.339+05:30एक दूसरे को बेपह्चाने
भागती-दौड्ती भीड़ में
सिमें...एक दूसरे को बेपह्चाने<br />भागती-दौड्ती भीड़ में <br />सिमेंट-कोंक्रेट के तपते इस जंगल में...<br />एक शबनमी लम्हा... एक ठंडी बूँद <br />टपकी...<br />फिर यादों की लहर फैल-सी गई भीतर...<br />और इन मसरूफियतों के बीच, <br />दूधिया मज़ार और मन्नतों के धागे <br />झिलमिलाए यादों में <br />उस बहुत पीछे छूट गई दुनियाँ के...<br /><br />इन ताज़ा-ताज़ा एह्सासातों के लिए <br />शुक्रिया फ़िरदौस जी...GGShaikhhttps://www.blogger.com/profile/02232826611976465613noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-86456930839686243642010-03-06T21:17:06.816+05:302010-03-06T21:17:06.816+05:30बस्ती से दूर
किसी खामोश मक़ाम पर
बने दूधिया मज़ारों ...बस्ती से दूर<br />किसी खामोश मक़ाम पर<br />बने दूधिया मज़ारों के पास खड़े<br />दरख्त की शाखों पर बंधे<br />मन्नतों के पीले धागे<br />कितने बीते लम्हों की<br />याद दिला जाते हैं... <br /><br />अल्लाह आपकी मन्नतों को पूरा करे.......आमीन.......मौसमhttps://www.blogger.com/profile/13303920834566218702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-52661123444285451742009-12-17T22:23:27.060+05:302009-12-17T22:23:27.060+05:30वाह!!!! इसके आगे मेरी बोलती बंद है!वाह!!!! इसके आगे मेरी बोलती बंद है!nadeemhttps://www.blogger.com/profile/02876217379889434662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-62083576194838508362009-12-16T18:49:39.840+05:302009-12-16T18:49:39.840+05:30आश्चर्यजनक शब्द साम्य देखा, हमारी इक गजल का शेर...आश्चर्यजनक शब्द साम्य देखा, हमारी इक गजल का शेर भी यही बयां करता है।<br /><br /><br />वो जो मंदिरों-मजारों में धागे बंधे थे<br />,<br />धागे नहीं मेरी यादों के लम्हें टंगे थेRajeyshahttps://www.blogger.com/profile/01568866646080185697noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-81684314545934040412009-12-16T00:37:08.736+05:302009-12-16T00:37:08.736+05:30फिरदौस साहिबा,
यादों का न भूलने का अहसास
बिल्कुल न...फिरदौस साहिबा,<br />यादों का न भूलने का अहसास<br />बिल्कुल नये अंदाज़ में करा दिया आपने<br />शाहिद मिर्ज़ा शाहिदशाहिद मिर्ज़ा ''शाहिद''https://www.blogger.com/profile/09169582610976061788noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-55521664675322635572009-12-14T17:55:28.416+05:302009-12-14T17:55:28.416+05:30सुंदर एहसास के साथ ...खूबसूरत अभिव्यक्ति.....सुंदर एहसास के साथ ...खूबसूरत अभिव्यक्ति.....डॉ. महफूज़ अली (Dr. Mahfooz Ali)https://www.blogger.com/profile/13152343302016007973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-73237782480196054002009-12-14T17:26:52.052+05:302009-12-14T17:26:52.052+05:30बहुत ही उम्दा दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति .........बहुत ही उम्दा दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति .......समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-19848126832274167242009-12-14T16:36:04.859+05:302009-12-14T16:36:04.859+05:30बहुत ही खूबसूरत कविता। और उतना ही सुंदर चित्र भी ल...बहुत ही खूबसूरत कविता। और उतना ही सुंदर चित्र भी लगाया है आपने। बधाई स्वीकारें।Arshia Alihttps://www.blogger.com/profile/14818017885986099482noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-50243220446977389402009-12-14T16:11:59.213+05:302009-12-14T16:11:59.213+05:30छोटी रचना किन्तु अच्छे भाव फिरदौस जी।
सादर
श्यामल...छोटी रचना किन्तु अच्छे भाव फिरदौस जी।<br />सादर <br />श्यामल सुमन <br />09955373288 <br />www.manoramsuman.blogspot.comश्यामल सुमनhttps://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5390039473087582154.post-58028791313797071392009-12-14T15:13:35.173+05:302009-12-14T15:13:35.173+05:30यादों का एक सुन्दर एहसास।बहुत बढिया!!यादों का एक सुन्दर एहसास।बहुत बढिया!!परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com